
लखनऊ। बांदा जिले के दंबगों ने एक दिव्यांग महिला के घर में घुसकर महिलाओं पर हमला किया था लेकिन यूपी पुलिस ने दबंगों पर कार्रवाई करने के बजाय पीड़िता पर ही मामला दर्ज कर दिया है. इससे एक बार फिर यूपी पुलिस की दबंगई साफ दिख रही है. जबकि पीड़ित महिला न्याय के लिए पुलिस से बार गुहार लगाती रही लेकिन न्याय ना मिलने पर महिला ने धर्म बदलने की बात कही.
धर्म बदलने की बात से पुलिस नाराज हो गई और यूपी पुलिस ने उसके खिलाफ ही शांति भंग करने के कारण कार्रवाई कर दी. बता दें कि हालही में यूपी पुलिस ने एक तीन साल के बच्चे पर गुंडा एक्ट लगाया था. इस बात पर जज पुलिस पर भड़के थे और पुलिस की खूब फजीहत हुई थी.
धर्म परिवर्तन करने की चेतावनी
दरअसल मामला बांदा जिले का है. बांदा जिले के बिसंड़ा थाना क्षेत्र के तेंदुरा गांव के जिस दिव्यांग दलित परिवार ने कुछ दिन पूर्व धर्म परिवर्तन करने की चेतावनी दी थी. बिसंडा पुलिस ने उसे ही शांति भंग करने के अपराध में फंसा दिया है. इससे दबंगों पर पुलिस की मेहरबानी झलक रही है. पीड़ित दिव्यांग दलित संतोष कोरी ने बुधवार को बताया, ‘गांव के कुछ दबंगों ने 24 मई को उसके घर की महिलाओं पर हमला किया था. पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज नहीं करने पर वह अपर जिलाधिकारी और अपर पुलिस अधीक्षक के समक्ष पेश होकर धर्म परिवर्तन किए जाने की चेतावनी दी थी.’
पीड़ित ने कहा कि पुलिस संरक्षण से दबंगों के हौसले बुलंद हैं और 22 जून को होने जा रही उसके भतीजे की शादी में खलल डाल सकते हैं. पुलिस क्षेत्राधिकारी बी ओमप्रकाश ने बताया कि एक खंडहरनुमा पुराने मकान की जमीन को लेकर दोनों पक्षों में विवाद हुआ था, जांच रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी गई है, अभी तक ऊपर से कोई आदेश नहीं आया. दलित के खिलाफ शांति भंग की कार्रवाई किए जाने की जानकारी नहीं है.
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