लखनऊ। अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक नया फैसला लेने जा रहे हैं यह निर्णय सरकारी कर्मचारी और अधिकारियों के संबध में है. अब सरकार उम्र से पहले ही ऐसे कर्मचारियों को रिटायर करने का ऐलान कर रही है जो अपने काम के प्रति सुस्ती दिखाते हैं. ऐसे कर्मचारियों और अधिकारियों को सरकार ने 50 साल की उम्र में ही रिटायरमेंट देने का फैसला किया है.
योगी का ये फैसला कई लोगों की नींद उड़ाने वाला है. फैसले को लागू किए जाने से पहले ही अलग-अलग सरकारी विभागों में हलचल बढ़ गई है.
बता दें कि अधिकारियों के इस रिटायरमेंट को लेकर योगी सरकार केंद्र सरकार की राह पर ही है. केंद्र की मोदी सरकार ने पिछले तीन साल में कई अधिकारियों को कंपलसरी रिटायरमेंट दिया है. करीब आधा दर्जन आईएएस अधिकारियों को केंद्र सरकार रिटायरमेंट दे चुकी है. सरकार ने फैसला किया है कि जो सरकारी कर्मचारी और अधिकारी काम में सुस्त हैं, उन्हें अनिवार्य रिटायरमेंट दिया जाएगा. इसके लिए कार्मिक विभाग ने शासनादेश भी जारी कर दिया है.
सुस्त माने जाने वाले ऐसे कर्मचारियों और अधिकारियों की लिस्ट तैयार की जाएगी. उसके बाद उन्हें नोटिस जारी किया जाएगा. नोटिस में रिटायरमेंट का कोई कारण नहीं बताया जाएगा. तीन महीने का नोटिस पीरियड रहेगा, उसके बाद ऐसे अधिकारियों को कार्यमुक्त कर दिया जाएगा.

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