लंदन। शराब कारोबारी विजय माल्या को ब्रिटेन में इस साल दूसरी बार गिरफ्तार किया गया है. सूत्रों के मुताबिक इस बार मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित मामले में उनकी गिरफ्तारी हुई है. अप्रैल में भी उन्हें गिरफ्तार किया गया था, लेकिन उस समय उन्हें जमानत मिल गई थी. विजय माल्या विभिन्न बैंकों के 9,000 करोड़ रुपये के ऋण चूक मामले में भारत में वॉन्टेड हैं.
पिछले साल विजय माल्या उस समय देश छोड़कर जाने में कामयाब हो गए थे, जब विभिन्न बैंक उनसे ऋण की वसूली की कोशिशों में जुटे हुए थे. बाद में भारत सरकार ने विजय माल्या का पासपोर्ट भी रद्द कर दिया था, और इसी आधार पर यूके की सरकार से उन्हें भारत डिपोर्ट कर देने का आग्रह किया था. इसके बाद भारतीय विदेश मंत्रालय को जानकारी दी गई कि भारत का डिपोर्टेशन अनुरोध यूके के कानूनों के तहत काम नहीं करेगा, क्योंकि यूके में ऐसे लोगों को भी रहने की अनुमति है, जिनके पासपोर्ट वैध नहीं रहे हैं.
ब्रिटेन की एक अदालत ने माल्या के प्रत्यर्पण से संबंधित मामले में मुख्य मुकदमे की कार्रवाई से पहले की सुनवाई की तारीख 20 नवंबर तय की है. विजय माल्या के खिलाफ भारत में आधे दर्जन से अधिक गिरफ्तारी वारंट हैं. अब बंद हो चुकी किंगफिशर एयरलाइन्स शुरू करने वाले विजय माल्या पर सीबीआई ने 1,000 पृष्ठ की चार्जशीट में धोखाधड़ी और साजिश रचने के आरोप लगाए थे.
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