पलामू। झारखंड के पलामू जिले में बिसाही डायन के अंधविश्वास के नाम पर मानवता को शर्मसार करने वाली एक बार फिर से घटना को अंजाम दिया गया. जिले के पांकी थाना क्षेत्र में लोगों ने एक महिला पर डायन होने का आरोप लगाते हुए पहले तो जमकर पीटा. जब वह पिटाई से अधमरी हो गई तो उसे खींचकर जंगल में ले गए. इसके बाद उसे जिंदा जलाकर मार डाला.
घटना के बाद पुलिस महिला का शव बरामद कर लिया. इस मामले में 10-12 लोगों को नामजद किया गया है. पुलिस ने मुख्य आरोपी सह ठेकही गांव की निवासी सेवंती देवी सहित दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.
जानकारी के अनुसार ठेकही-अंदाग के सुदेश्वर नामक ग्रामीण के बच्चे की 13 अगस्त की रात में संभवत सर्पदंश से मौत हो गई थी. लेकिन सुदेश्वर के परिजनों ने गांव की कांति देवी को इसके लिए दोषी माना. उन्होंने महिला को घर से बाहर निकाला डायन करार देकर बुरी तरह पीटा. पिटाई से महिला बेहोश हो गई. बाद में आरोपियों ने महिला को जंगल में ले जाकर जला दिया.
घटना की सूचना पर पुलिस वहां बुधवार को पहुंची और शव को अपने कब्जे में लिया. वारदात को लेकर पांकी थाना में लगभग दर्जन भर लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. पुलिस ने मुख्य आरोपी सेवंती देवी और इलाके के एक ओझा को गिरफ्तार किया है. अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है.

दलित दस्तक (Dalit Dastak) साल 2012 से लगातार दलित-आदिवासी (Marginalized) समाज की आवाज उठा रहा है। मासिक पत्रिका के तौर पर शुरू हुआ दलित दस्तक आज वेबसाइट, यू-ट्यूब और प्रकाशन संस्थान (दास पब्लिकेशन) के तौर पर काम कर रहा है। इसके संपादक अशोक कुमार (अशोक दास) 2006 से पत्रकारिता में हैं और तमाम मीडिया संस्थानों में काम कर चुके हैं। Bahujanbooks.com नाम से हमारी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुक किया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को सोशल मीडिया पर लाइक और फॉलो करिए। हम तक खबर पहुंचाने के लिए हमें dalitdastak@gmail.com पर ई-मेल करें या 9013942612 पर व्हाट्सएप करें।