मुंबई। 19 नवंबर को विश्व टॉयलेट डे मनाया गया. इस दिन एक ओर लोग देश को खुले से शौचमुक्त बनाने के लिए प्रण ले रहे थे, वहीं दूसरी ओर महाराष्ट्र के जल संरक्षण मंत्री राम शिंदे का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में शिंदे सड़क के किनारे खुले में पेशाब करते हुए नजर आ रहे हैं. वीडियो वायरल होने के बाद मंत्री अपने बचाव में उतरे और पूरे मामले में सफाई दी.
उन्होंने कहा कि वे सरकार के जलयुक्त शिविर स्कीम के लिए पिछले एक महीने से दौरा कर रहे थे और इसके चलते वह काफी बीमार महसूस कर रहे थे. ऐसे में उन्हें जल्दी बाथरूम जाना था, लेकिन बीमार होने के कारण वह टॉयलेट की तलाश नहीं कर पाए और उन्हें खुले में पेशाब करना पड़ा.
ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वच्छ भारत अभियान पर भी सवाल खड़े हो गए हैं. वीडियो पर एनसीपी ने कहा कि मंत्री को हाईवे पर कोई शौचालय नहीं मिला इससे पता चलता है कि मोदी का स्वच्छ भारत अभियान कितना सफल हो पाया है. राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि यह अब साबित हो गया है कि सरकार पेट्रोल और डीजल पर स्वच्छ भारत उपकर के नाम पर लोगों को लूट रही है. शिंदे कारजाट जामखेड़ विधानसभा सीट से भाजपा के विधायक हैं.
गौरतलब है कि कृषि मंत्री राधामोहन सिंह की भी एक तस्वीर पिछले दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी. जिसमें उन्हें खुले में पेशाब करते देखा गया था.
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