लखनऊ। लखनऊ के केजीएमयू के साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर में संघ की एक पत्रिका का लोकार्पण करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नमाज और जन्माष्टमी को लेकर सवाल उठाया. योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि अगर मैं सड़क पर ईद के दिन नमाज पढ़ने पर रोक नहीं लगा सकता तो मुझे कोई अधिकार नहीं कि मैं थानों में जन्माष्टमी के पर्व को रोकूं.
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘बाल गंगाधर तिलक दो कारण से जाने जाते हैं. उन्होंने गणेश पूजन को सांस्कृतिक उत्सव बनाया और गीता पर टीका लिखी. इससे सामूहिक आयोजन हुए. सामूहिक ताकत का अहसास हो तो भारत से टकराने की हिम्मत किसी में नहीं है. गणेश उत्सव गावों, शहरों में मनाए जाते हैं और इससे किसी को आपत्ति नहीं है. यहां क्रिसमस मनाइये कौन रोक सकता है. नमाज पढ़िये. कानून के दायरे में रहेंगे तो कोई नहीं रोकेगा. टकराव तो कानून का उल्लंघन करने पर होता है.’
योगी ने कार्यक्रम में कहा कि गाजियाबाद से हरिद्वार के बीच इस बार चार करोड़ कांवरियों ने यात्रा की. कांवर यात्रा पर बैठक के दौरान अधिकारियों ने कहा कि कोई डीजे या माइक नहीं बजेगा. तब हमने पूछा क्या यह शवयात्रा है? उनसे कहा कि माइक हर जगह प्रतिबंधित करो. कांवर यात्रा में डीजे और बाजा से प्रतिबंध हटाया गया. कांवरियों पर हेलीकाप्टर से पुष्प वर्षा कराई गई. योगी ने कहा कि ईद पर सड़क पर नमाज नहीं रोक सकते हैं तो जन्माष्टमी पर थानों में आयोजन पर रोक क्यों?
समाजवादी सरकार पर पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ‘यदुवंशी कहलाने वालों ने थानों में जन्माष्टमी मनाने पर रोक लगा दी थी. श्रीकृष्ण के नाम पर एक ही तो पर्व है. भगवान कृष्ण का कीर्तन, स्मरण करते हुए न जाने किस पर प्रभाव पड़ जाए, पुलिस की व्यवस्था में सुधार हो जाए इसलिए भव्य आयोजन के निर्देश दिए.’
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