भाजपा के घोषणा पत्र में यूपी के छात्रों को एक करोड़ टेबलेट और स्मार्टफोन बांटने की बात कही गई थी। चुनाव नजदीक देख मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती 25 दिसंबर को 60 हजार छात्रों को टैबलेट और स्मार्ट फोन बांटा। लेकिन टैबलेट की पहली खेप मिलते ही छात्र इसे OLX पर बेचने लगे हैं। और छात्र इसकी जो वजह बता रहे हैं, उसे जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे।
छात्रों का कहना है कि उन्हें सरकार द्वारा दिये गए टैबलेट इस्तेमाल करने से डर लगता है क्योंकि इससे उन्हें अपनी प्राइवेसी की चिंता सता रही है। छात्र न तो इस टैबेलेट पर अपना व्हाट्सएप खोल रहे हैं और न हीं फेसबुक। उन्हें डर है कि ऐसा करते ही उनका सारा डेटा सरकार के पास चला जाएगा। और आज के युवाओं के लिए बिना व्हाट्सएप और फेसबुक के किसी फोन या टैब की कल्पना करना ही बेकार है।
डर सिर्फ इतना ही नहीं है, बल्कि एक मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एक छात्र ने बताया कि टैब के वॉलपेपर पर योगी सरकार की बड़ी तस्वीर होती है और अगर कोई उसे बदलने की कोशिश करता है तो पूरा फोन की ब्लॉक हो जाता है।
छात्र यह भी कह रहे हैं कि टैब के ऊपर बारकोड के जरिए मैपिंग की गई है, जिसमें छात्रों का पूरा डेटा उस बारकोड में डाला गया है। जिसकी वजह से वह फोन किसी और के द्वारा नहीं चलाया जा सकता। ऐसे में इस फोन को निजी इस्तेमाल नहीं किया जा सकता और छात्र इसके जरिये सिर्फ पढ़ाई का काम ही कर पाएंगे।
इन्हीं मुश्किलों को देखते हुए अब OLX पर छात्र अपने टैब और स्मार्ट फोन को बेचने लगे हैं, जिससे सरकार की इस योजना की किरकिरी हो गई है। आपको बता दें कि समाजवादी पार्टी की सरकार में भी मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लैपटॉप बांटा था, तब भी छात्रों द्वारा लैपटॉप को बेचने की खबर आई थी।
दलित दस्तक (Dalit Dastak) एक मासिक पत्रिका, YouTube चैनल, वेबसाइट, न्यूज ऐप और प्रकाशन संस्थान (Das Publication) है। दलित दस्तक साल 2012 से लगातार संचार के तमाम माध्यमों के जरिए हाशिये पर खड़े लोगों की आवाज उठा रहा है। इसके संपादक और प्रकाशक अशोक दास (Editor & Publisher Ashok Das) हैं, जो अमरीका के हार्वर्ड युनिवर्सिटी में वक्ता के तौर पर शामिल हो चुके हैं। दलित दस्तक पत्रिका इस लिंक से सब्सक्राइब कर सकते हैं। Bahujanbooks.com नाम की इस संस्था की अपनी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुकिंग कर घर मंगवाया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को ट्विटर पर फॉलो करिए फेसबुक पेज को लाइक करिए। आपके पास भी समाज की कोई खबर है तो हमें ईमेल (dalitdastak@gmail.com) करिए।