शामली। योगीराज में एक बार फिर से शिक्षा व्यवस्था का मजाक बनाया गया है. यूपी के शामली में एक प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय को कूड़ा और गंदगी डालने का ढेर बना दिया गया है. विद्यालय में इतनी मात्रा में गंदगी इकट्ठी हो चुकी है कि 1 इंच भी बच्चों के बैठने या आने जाने की जगह नहीं बची है. हालात इतनी खराब हो चुके हैं कि बच्चों ने स्कूल जाना तक छोड़ दिया है. वहीं आला अधिकारियों से जब इस मामले में बात की गई तो उन्होंने अपना पुराना राग अलापते हुए कहा कि जांच के बाद कार्रवाई करेंगे.
केंद्र सरकार हो या राज्य सरकार ‘स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत’ का नारा जोर शोर से लगा रही है. शामली जनपद के ब्लॉक थाना भवन के गांव गढ़ी अब्दुल्ला में विद्यालय ही एक मात्र गांव का कूड़ा डालने का स्थान है. जबकि इसी थाना भवन से भाजपा विधायक सुरेश राणा प्रदेश सरकार में मंत्री पद पर स्थित हैं. उनका भी इस तरफ कोई ध्यान नहीं है. वहीं बच्चों को दीवार कूद कर या नाले के पानी में होकर स्कूल आना-जाना पड़ता है. मानसून सीजन में स्कूल का प्रांगण और आने-जाने का रास्ता इस समय नाला बन चुका है जिससे बच्चों को खासी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. साथ ही गंदगी की वजह से उनके बीमार होने का खतरा भी रहता है.
बीमारियों की चपेट में आ चुके हैं कई बच्चे-अध्यापिका
पंजाब केसरी के मुताबिक स्कूल अध्यापिका की मानें तो ये सब कई महीनों से चल रहा है जिस कारण अध्यापक और बच्चे बीमारियों की चपेट में आ गए हैं. काफी बच्चों ने स्कूल आना भी बंद कर दिया है. कई बार ग्राम प्रधान और हेड मास्टर से शिकायत भी कर चुके हैं पर कोई समाधान नहीं हुआ. जब हमने बीएसए शामली से इस पुरे मामले के बारे में बात की तो उन्होंने जांच की बात कही. पर स्कूल में कूड़ा क्यों और किसके कहने पर डाला जाता है इसका जवाब वह भी नहीं दे पाए.

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