लखनऊ। बीजेपी सरकार में हुई पहली भर्ती परीक्षा रद्द हो गयी है. 3307 पद के लिए होने वाली इस परीक्षा का पेपर लीक हो गया था. जिसके बाद इस परीक्षा को रद्द कर दिया गया है. डीजीपी सुलखान सिंह ने इस भर्ती परीक्षा में धांधली के मामले में जांच का आदेश दिया है. उत्तर प्रदेश एसटीएफ इस भर्ती परीक्षा में धांधली की जांच करेगी.
मुख्यमंत्री योगी के राज में इस बार प्रशासन कड़ा और चौकन्ना होने की आशा थी पर पेपर लीक गैंग ने इस बार पुलिस की परीक्षा में ही सेंध लगा कर सरकार के मुंह पर ताला जड़ दिया है जिसके कारण 3307 पदों के लिए हो रही दरोगा भर्ती परीक्षा पूरी तरह रद्द कर दी गई है. अब 17 जुलाई से हुए सभी ऑन लाइन पेपर को रद्द कर दिया गया है. उत्तर प्रदेश एसटीएफ की जांच के बाद अब परीक्षा की नई तिथि घोषित की जाएगी.
उत्तर प्रदेश पुलिस के महानिदेशक सुलखान सिंह ने ऑनलाइन परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद प्रक्रिया को आज रद्द करने के आदेश दिए हैं. डीजीपी ने इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कराने के साथ ही जांच कराने के भी आदेश जारी किए हैं. यह ऑनलाइन परीक्षा 17 जुलाई से आयोजित की जा रही थी. इसके अब तक हुए सभी पेपर कैंसिल कर दिए गए हैं. यूपी पुलिस ने पहली बार इस परीक्षा को आयोजित किया था, यह परीक्षा प्रदेश के 22 जिलों में होनी थी.
बता दें की 25 और 26 जुलाई को ऑनलाइन परीक्षा के पेपर एक दिन पहले ही व्हाट्सएप्प के माध्यम से कुछ अभ्यर्थियों तक पहुंच गया था. इसकी जानकारी जब भर्ती बोर्ड के अधिकारियों को हुई तो खलबली मच गई जिसके बाद पेपर रद्द करने का निर्णय लिया गया.

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